THE 2-MINUTE RULE FOR BAGLAMUKHI SHABAR MANTRA

The 2-Minute Rule for baglamukhi shabar mantra

The 2-Minute Rule for baglamukhi shabar mantra

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Gains: Standard chanting of the mantra delivers intelligence, boosts concentration and improves memory. This is particularly handy in Studying a completely new ability or strategy.

ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद स्वाहा॥

किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए । Kishori kuch aisa intezaam ho jaye

शमशान में अगर प्रयोग करना है तब गुरू मत्रं प्रथम व रकछा मत्रं तथा गूड़सठ विद्या होने पर गूड़सठ क्रम से ही प्रयोग करने पर शत्रू व समस्त शत्रुओं को घोर कष्ट का सामना करना पड़ता है यह प्रयोग शत्रुओं को नष्ट करने वाली प्रक्रिया है यह क्रिया गुरू दिक्षा के पश्चात करें व गुरू क्रम से करने पर ही विशेष फलदायी है साघक को बिना छती पहुँचाये सफल होती है।

आप सभी को दीपावली कि हार्दिक शुभकामनाएं



This mantra should not be used as an experiment or on an harmless man or woman, normally, you will need to undergo the results.

ॐ मलयाचल बगला भगवती महाक्रूरी महाकराली राजमुख बन्धनं ग्राममुख बन्धनं ग्रामपुरुष बन्धनं कालमुख बन्धनं चौरमुख बन्धनं व्याघ्रमुख बन्धनं सर्वदुष्ट ग्रह बन्धनं सर्वजन बन्धनं वशीकुरु हुं फट् स्वाहा।



Gains: This Shabar Vashikaran mantra helps anyone generate influence amid their friends, colleagues and also a desired male or female. This may or may not do the job depending on the energy of planets in someone’s existence.

A day just before, check with the Female's mother to bathe her. Then present new yellow color clothing to that here Lady. The Female ought to don a ‘yellow stole’ and sit on a large pedestal. The seeker really should sit underneath the pedestal.

जीवहारं केलया, बुद्धिं विनाशाय हरिं अम स्वाहा”

That means: I bow to Hanuman, the strong son of Anjani, who defeated evil and introduced back Sita. Be sure to guard Lord Rama's property, grant wisdom, and continue to keep my route Risk-free. You make the extremely hard achievable and are the final word king. I surrender for you, and my happiness depends on your pleasure.

यदि आप निरपराधी हैं और शत्रु आप पर लगातार तंत्र का दुरूपयोग कर आप को परेशान कर रहा है, तब माँ के दंड विधान प्रयोग करने में विलम्ब न करें, जब तक दुष्ट  को उसकी दुष्टता का दंड नहीं मिल जाता, वह अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करता ही रहता है।

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